रविवार, 6 सितंबर 2009

मेरा पहला प्यार

एक लड़की जो मेरे दिल के करीब थी ,

पहले झगड़ती थी फ़िर हँसाती थी ,

चेहरे पर मुस्कराहट लिए रोज़ चली आती थी

की अब न छोडूंगी तुम्हारा साथ जिंदगी भर।



दुनीया वही थी जो बिल्कुल मेरे जैसी थी ,

वरना दुनिया में तो लड़कीया कैसी - कैसी थी ,

वही थी जो दुनिया में मुझे सब से अज़ीज़ थी ,

जो कहती थी अब न छोडूंगी तुम्हारा साथ जिन्दागी भर ।



मैंने उसे देखा था , न कभी उससे मिला था

बस उसे ख्वाबो में समेटे हुए प्यार का एक फूल खिला था ,

वही थी जिसने मुझे दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार किया था

जो कहती थी की अब न छोडूंगी तुम्हारा साथ जिंदगी भर।



उसकी जुदाई तो में सह लूँगा , अपने आंसुओ को पी लूँगा,

पर क्या वो ऐसा कर सकेगी , बिना मेरे जी सकेगी ,

में भागवान से रोज़ कहता हु, की बस एक बार मुझे उससे मिला दे ,

इस ज़हरीली दुनिया में प्यार का एक फूल खिला दे ,

मेने मन की तू बना के भेजता है ऊपर से जोडिया ,

पर वो भी तो कहती थी की अब न छोडूंगी तुम्हारा साथ जिंदगी भर ।

1 टिप्पणी:

Eisha ने कहा…

hey ur bolg is funtastic i really liked this one mera phla pyaar ia m sure u will meet her one day................ dnt wrry